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गिद्धों की दावत

मीडिया का बदलता चेहरा

जयपुर, 20 सितंबर 2019 – गिद्धों की दावत के बारे में हम सब ने सुना है जो मृत व्यक्ति के लाश खाने में भी संकोच नहीं करते ,उसी तरह आजकल पत्रकारिता भी हो गई हो गई है| जिसे प्रेस्टिट्यूट और मेडिएटर जैसे हज़ारो नामो से सम्बोधित किया जाता है पर ऐसा क्यों? यह प्रश्न सभी के मस्तिष में चलती रहती हे | पर किसी ने यह जानने की कोसिस शायद ही की होगी की उस पत्रकार को इस शब्द बंधन में कैसा लगता होगा |

यही प्रश्न का उत्तर मुझे अयोध्या प्रसाद एवंम रौशनी राजाराम की किताब (THE VULTURE’S FEAST)की सन्दर्भ मैं हुआ बहस से जानने का मौका मिला | इसी संधर्ब में दो बड़े वरिष्टर पत्रकारों ने अपनी मनो अवस्था बताई | उनमे हुई बातो से पता चला की कैसे पुराने समय मैं सचाई का दूसरा नाम पत्रकारिता था , और कैसे अब उसी को दलाल जैसे नमो से सम्भोधित किया जा रहा है | कैसे लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ लड़खड़ाता हुआ नज़र आ रहा है |

एक अच्छी,ताज़ा और मसाला भरी खबर की तलाश मैं पत्रकारों ने अपना जमीर को जूते के नोक तले दबाते हुए आगे बढ़ रहे है| कैसे एक पीड़ित लड़की का नाम पूरा संसार जान जाता है ? क्यों किसी औरत से उसकी मरे हुए पति क बारे में जीकर किया जाता हे ?क्यों किसी भी रोती माँ से उसके बचे के मृत्यु का कारण पूछा जाता है? ये सारी बातें केवल आश्चर्यजनक नहीं हो सकती है | ये सभी चीजे एक लालसा से प्रकट हुई का मिथ्या मात्र है जो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को हिलाने के पुरे प्रयास मैं है ,परन्तु यहाँ देखने वाली बात यह है कि इस प्रकार से चलता हुआ पत्रकारिता किस मार्ग पे पहुचता है | परन्तु भगवन के घर में देर हो सकती हे अंधेर नहीं | आशा और उम्मीद की किरण हमेशा जलती रहनी चहिये | और यही आशा की उम्मीद हमें यह बताती है की हमें अपनी उम्मीद हमेशा कायम रखनी चाहिए|

अयोध्या प्रसाद एवंम रोशनीजी की लिखी इस किताब(THE VULTURE’S FEAST) में उन्हीने यह जीकर किया है ,की अगर किसी भी पत्रकार की तुलना गिद्ध से की जाती है | क्या पत्रकारों की मनो अवस्था कोई समझ पता है ? किसी भी पत्रकार के लिए गिद्ध से तुलना करने से उनकी मनो अवस्था कैसी वही मनो अवस्था को आम जनता तक पहुंचाने की कोसिस इस किताब के माध्यम से की गयी है |

Text : Nishant Jha | Copy Edit : Rupali Soni | Photo : Nishant Jha | Photo Desk: Sagar Samuel | Editorial Coordination: Rupali Soni & Niharika Raina

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