जयपुर 20 सितंबर 2019 – टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन को बहुत ही आसान बना दिया है। लेकिन जरूरी है कि हम इस टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल करें। वरना ये हमारे ही जीवन और समाज के लिए एक नुकसानदायक तत्व बन सकता है। हाल ही में जयपुर के फैरमोंट होटल में चल रहे टॉक जर्नलिज्म कार्यक्रम में आज शाम 4.15 बजे गूगल द्वारा एक वर्कशॉप आयोजित कराई गई जिसमें सुरभि मालिक, कार्यक्रम संचालक, इंडिया ट्रेनिंग नेटवर्क, ने बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ बढ़ते मिसिनफर्मेशन या अफवाहों बढ़ते के दौर के बारे में बात की।
अगर सोशल मीडिया पर हमें सही जानकारियां मिलती हैं तो वहीं भारी संभावना होती है कि गलत सूचना भी बड़ी ही आसानी से फैलती है। और ये अफवाहें समाज के लिए हानिकारक हो सकती है। सुरभि ने इन्हीं अफवाहों और सच्चाई के बीच फर्क करने के लिए कुछ ऐसे टिप्स दिए जिससे पता लगाया जा सकता है की कोई न्यूज़ सच है या महज़ एक अफ़वाह है। एसी कई सारे सर्च एंजन है जीनपे हम किसी फोटो या न्यूज़ के की – वर्ड डाल के सर्च कर सकते हैं कि ये सच है या नहीं। अक्सर लोग किसी फोटो को फोटोशॉप कर के उसका अर्थ है बदल देते हैं। या किसी अखबार के पेज पर फोटोशॉप से ग़लत खबर पेस्ट कर देते हैं जिससे विवाद की संभावना बढ़ जाती है।
इस अफवाहों के दौर से बचने के लिए जरूरी है कि हम अलर्ट रहें। वर्क शॉप में श्रोताओं की सजकता देखने के लिए ‘ कहूट. इट ‘ पर क्विज गेम खिलाया गया जिसके जरिए फेक न्यूज़ पहचानने के लिए कई फोटो दिखाई गई और इस खेल में सभी का उत्साह देखने को मिला।
देशभर में लोगों में फेक न्यूज़ के बारे में जागरूकता लाने के लिए इंडिया ट्रेनिंग नेटवर्क और गूगल लगभग 70 से भी ज्यादा शहरों में विभिन्न कॉलेजों में और इवेंट्स में वर्कशॉप आयोजित कर चुके हैं।
मिसिनफर्मेशन से बचने के उपाय
अक्सर ऐसा होता है कि ना केवल आम लोग बल्कि जर्नलिस्ट भी फेक न्यूज़ का शिकार हो जाते हैं। इससे बचने के लिए वर्कशॉप में कुछ टिप्स बताए गए –
* फैक्ट चैक की एक अलग से टीम बनाई जाए जो ना केवल किसी न्यूज़ कि वैधता को आकें।
* इन विड, यूट्यूब डाटा व्यूअर जैसे ऐप्स पर आप कोई भी फोटो को अपलोड कर के चैक कर सकते हैं कि वो असल में उस चीज़ से जुड़ी हुई है या नहीं।
* आप फेक फोटोस पहचानने के लिए गुगल फोटोस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
* फोटोशॉप करी हुई फोटोस को पहचानने के लिए बारीकी से उसे देखे।
Text : Anisha Singh | Copy Edit : Rupali Soni | Photo : Sapna Isswani | Photo Desk: Sagar Samuel | Editorial Coordination: Rupali Soni & Niharika Raina